चंद्रयान 3 क्या है? क्या चंद्रयान 3 में इंसान है? Mission Chandrayaan 3

आजकल इसरो का चंद्रयान 3 मिशन पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ हुआ है। जब से भारत की स्पेस एजेंसी ISRO ने चंद्रयान-1 और चंद्रयान-2 मिशन को सफलतापूर्वक पूरा किया तब से पूरी दुनिया की निगाहें ISRO के Chandrayaan 3 Mission पर लगी हुई है। ISRO दुनिया की चौथी सबसे बड़ी स्पेस एजेंसी है जिसकी स्थापना 1969 को हुई थी।

चंद्रयान 3 की जानकारी? Mission Chandrayaan 3

इसरो ने चंद्रयान-1 और चंद्रयान-2 मिशन की सफलता के बाद इसी क्रम में चंद्रयान 3 को अभी हाल में ही 14 July 2023 को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन केंद्र से दोपहर 2 बजकर 35 मिनट पर लांच किया है। यह पल भारत के नागरिकों के लिए बहुत ही गर्व का है।

हमारा आज का विषय है Mission Chandrayaan 3 जिसमे हम चंद्रयान 3 मिशन से जुडी बहुत सी जानकारियां जैसे चंद्रयान क्या है, चंद्रयान से क्या होता है? और क्या चंद्रयान 3 में इंसान है? जैसे सभी विषयों पर जानकारी देने वाले है।

चंद्रयान क्या होता है? Chandrayaan Kya Hota hai?

चंद्रयान एक अंतरिक्ष यान (यान या वाहन) होता है, जिसे चंद्रमा (Moon) का अध्ययन करने के लिए विकसित किया गया है। यह भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा बनाया गया है। चंद्रयान विभिन्न प्रकार उपकरणों और यंत्रों से मिलकर कर बनाया गया है, जिसका मुख्य उद्देश्य चंद्रमा की आकृति, रचना, संरचना, भौतिकी, रौद्रिकी, ग्रहणी, वायुमंडल, और सतह जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में विज्ञानिक जानकारी प्राप्त करना होता है।

चंद्रयान के भाग में निम्नलिखित उपकरण शामिल होते हैं:

  1. ऑर्बिटर (Orbiter): चंद्रयान के एक ऑर्बिटर यान होता है, जो चंद्रमा की आकृति में परिक्रमा करता है। यह चंद्रमा की कक्षा में रहता है और अलग-अलग समय-समय पर वैज्ञानिक अध्ययनों को करता है।
  2. लैंडर (Lander): चंद्रयान में लैंडर विक्रम होता है, जो मून की सतह पर सुरक्षित रूप से उतरता है। लैंडर का मुख्य उद्देश्य चंद्रमा की सतह के विभिन्न तत्वों का अध्ययन करना और उपयुक्त विज्ञानिक अनुसंधान का समर्थन करना होता है।
  3. रोवर (Rover): चंद्रयान में रोवर यान होता है, जो लैंडर से मून की सतह पर निकलकर अन्वेषण कार्य करता है। यह रोवर सूचना और जानकारी को संग्रहीत करता है और चंद्रमा की सतह पर विभिन्न इलाकों में जानकारी प्राप्त करने में मदद करता है।

चंद्रयान के माध्यम से, वैज्ञानिकों को चंद्रमा के विभिन्न पहलुओं का अध्ययन करने का मौका मिलता है और यह विज्ञान की दुनिया में एक महत्वपूर्ण अध्यन का श्रोत होता है।

चंद्रयान क्या है? Chandrayaan Kya hai?

चंद्रयान (Chandrayaan) एक भारतीय अंतरिक्ष मिशन है, जिसका मुख्य उद्देश्य चंद्रमा (Moon) की आकृति, रचना, संरचना, भौतिकी, रौद्रिकी, ग्रहणी, वायुमंडल का अध्ययन करना होता है। यह मिशन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा संचालित किया जाता है।

चंद्रयान के तहत, भारत ने अब तक दो मुख्य अभियानों को सफलतापूर्वक लांच कर चूका है और चंद्रयान 3 को 14 July 2023 को लांच किया गया है।

चंद्रयान-1: यह भारत का पहला चंद्रमा मिशन था, जिसको अक्टूबर 2008 में लॉन्च किया गया था। इसमें चंद्रमा के चांद्रिका में अध्ययन करने के लिए अटेंन्यूएटर स्पेक्ट्रोमीटर, चंद्रदर्शी और चंद्रमा के सतह को फोटोग्राफ करने के लिए कैमरा शामिल थे। इसमें सर्वेक्षण यान चंद्रमा की कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश कर चंद्रमा के सर्वेक्षण का कार्य किया था।

चंद्रयान-2: यह मिशन चंद्रमा की सतह की खोज और विज्ञान के लिए है। इसमें एक ऑर्बिटर, लैंडर, और रोवर हैं। इसमें लैंडर विक्रम को चंद्रमा की सतह पर उतारने का प्रयास किया गया था, लेकिन यह विफल रहा था। लेकिन ऑर्बिटर ने सफलतापूर्वक चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया और कार्य कर रहा है।

चंद्रयान-3: चंद्रयान 3 को अभी हाल में ही 14 July 2023 को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन केंद्र से दोपहर 2 बजकर 35 मिनट पर सफलतापूर्वक लांच किया है। जो अनुमानतः 23 या 24 अगस्त को चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा।

चंद्रयान 3 क्या है? Chandrayaan 3 Kya hai?

चंद्रयान-3 मिशन चंद्रयान-2 के बाद अगला चरण है, जो चंद्रमा की सतह पर उतरेगा और उसका अध्ययन करेगा। इसमें एक ऑर्बिटर मॉड्यूल, एक लैंडर, और एक रोवर शामिल होगा। चंद्रयान-3 का मुख्य उद्देश्य चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित रूप से उतरना है। मिशन की सफलता के लिए नए उपकरण विकसित किए गए हैं, और एल्गोरिदम को सुधारा गया है। चंद्रयान-2 मिशन में लैंडर चंद्रमा की सतह पर उतरने में असफल रहा था, इसलिए इन समस्याओं पर ध्यान केंद्रित कर इसे और भी उन्नत बनाकर लांच किया गया है।

क्या चंद्रयान 3 में इंसान है? चंद्रयान 3 में कितने लोग गए हैं?

चंद्रयान 3 को लेकर कई तरह की भ्रामक बातें चर्चा का विषय बनी हुई है। उन्हीं में से एक चर्चा है कि क्या चंद्रयान 3 में इंसान है? या फिर चंद्रयान 3 में कितने लोग गए हैं? यदि आप भी ऐसा ही कुछ सोचते है या फिर आपने किसी से सुना है कि चंद्रयान में कोई इंसान भी है तो यह गलत जानकारी है। चंद्रयान 3 में कोई इंसान नहीं है। चंद्रयान-3 पूरी तरह से एक मानवरहित मिशन है। इस पुरे प्रोग्राम को ISRO संचालित कर रही है।

चंद्रयान 3 चन्द्रमा पर कब तक पहुंचेगा?

चंद्रयान-3 को चंद्रमा पर पहुँचने के लिए करीब 3.84 लाख किलोमीटर का सफ़र तय करना होगा। चंद्रयान को इस सफ़र को पूरा करने में 42 दिन का समय लगेगा और यह 23-24 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर लैंड करेगा। इसे चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर सॉफ्ट लैंडिंग के जरिए उतारा जायेगा क्यूंकि क्योंकि चंद्रमा का दक्षिणी ध्रुव उत्तरी ध्रुव के मुकाबले काफी बड़ा है। साथ ही वैज्ञानिकों के अनुसार चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के आस-पास छाया वाले क्षेत्रों में पानी की मौजूदगी की संभावना हो सकती है.

चंद्रयान 3 की स्पीड कितनी है?

लौन्चिंग के समय चंद्रयान 3 की स्पीड 1627 किलोमीटर प्रति घंटा थी जिसके करीब 108 सेकंड बाद 45 किलोमीटर की ऊंचाई पर पहुंचने पर लिक्विड इंजन शुरू हुआ और स्पीड बढ़कर 6437 प्रति घंटा हो गई। बूस्टर रॉकेट के अलग होने के बाद, रफ्तार 7 हजार किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गयी। लिक्विड इंजन के अलग होने के बाद, क्रॉयोजनिक इंजन काम करेगा और चंद्रयान 3 की स्पीड 16000 km/hr से लेकर 36000 km/hr तक पहुंच सकती है।

चंद्रयान 3 की लागत कितनी है?

चंद्रयान 3 का बजट लगभग 615 करोड़ रुपये है, इसके पहले साल 2019 को चंद्रयान 2 का प्रक्षेपण किया गया था जिसकी भी लगत करीब 603 करोड़ रूपये थी।

चंद्रयान 3 मिशन का उद्देश्य

चंद्रयान-3 का उद्देश्य तीन मुख्य लक्ष्यों को पूरा करना है, जो इसरो ने निम्नलिखित रूप में बताया है:

चंद्रयान-3 के लैंडर की चांद की सतह पर सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग: इस मिशन में प्राथमिकता है कि चंद्रयान 3 के लैंडर को चंद्रमा की सतह पर बिना किसी समस्या के सुरक्षित रूप से उतारना है। चंद्रयान 3 के लैंडर को चद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग के जरिये उतारा जाएगा।

रोवर को चांद की सतह पर चलाकर दिखाना: चंद्रयान-3 में एक रोवर है, जिसे चंद्रमा की सतह पर चलाकर विज्ञानिक गतिविधियों को प्रदर्शित करना है। यह रोवर चंद्रमा की सतह के अलग-अलग स्थानों का अध्ययन करेगा और नए जानकारी प्रदान करेगा।

वैज्ञानिक परीक्षण करना: चंद्रयान-3 मिशन के दौरान विज्ञानिक परीक्षण भी किया जाएगा, जिससे चंद्रमा के रहस्यों को समझने में मदद मिलेगी। इस मिशन के द्वारा चंद्रमा की अध्ययन से अंतरिक्ष विज्ञान में और उन्नति होगी।

Previous articleगृह कितने होते है? ग्रहों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी
Next articleBsnl me balance kaise check kare – बीएसएनएल में बैलेंस चेक कैसे करे?
कुलदीप मनोहर Kyahai.net हिंदी ब्लॉग के Founder हैं. मै एक Professional Blogger हूँ और SEO, Technology, Internet से जुड़े विषयों में रुचि रखता हूँ. अगर आपको ब्लॉगिंग या Internet जुड़ी कुछ जानकारी चाहिए, तो आप यहां बेझिझक पुछ सकते है. हमारा यह मकसद है के इस ब्लॉग पे आपको अच्छी से अच्छी जानकारी मिले.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here